उच्च शिक्षा में हो विषयों का संगम, एकीकृत पाठ्यक्रम के लिए एक नए सोच वाली वैश्विक पहल जरूरी
मनीष पालीवाल/स्वाति पाराशर :
एसटीईएम पाठ्यक्रम के स्नातकों को रचनात्मक समाधान की क्षमता के लिए सामाजिक स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रति शिक्षित होना चाहिए और विभिन्न सांस्कृतिक सामाजिक पर्यावरणीय एवं आर्थिक संदर्भों के बारे में जागरूकता बढ़ानी चाहिए। उच्च शिक्षा में केवल एकीकृत दृष्टिकोण ही बौद्धिक जुड़ाव नीति-आधारित समाधान और गतिशीलता संभव कर सकता है।
Why engineers need the arts
https://indianexpress.com/article/opinion/columns/why-engineers-need-the-arts-8127809/
On Vipassana: Rejecting without testing
https://theprint.in/opinion/dilip-mandal-misunderstood-the-spirit-of-vipassana-he-rejected-it-without-testing/1717977/